कोरोना महामारी के विस्तार के मद्देनजर बिहार के महामहिम राज्यपाल के द्वारा आयोजित सर्वदलीय बैठक में सी.पी.आई.(एम.) राज्य सचिव अवधेश कुमार द्वारा दिए गये सुझावः-
1.) आयकर के दायरे से बाहर प्रत्येक परिवार को सहयोग के रूप में 7500 रूपये दिये जाए एवं 35 किलो मुफ्त राशन की व्यवस्था की जाय।
2.)ग्रामीण स्तर पर दो सौ दिन मनरेगा के कार्य के साथ-साथ शहरी क्षेत्र में भी मनरेगा का कार्य शुरू किया जाय।
3.) दिल्ली, महाराष्ट्र और अन्य प्रदेषों से आनेवाले श्रमिकों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुँचाने रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों पर जाँच की व्यवस्था और उन्हें कोरेंटीन में रखने की उचित व्यवस्था की जाय साथ ही पीड़ित लोगों का सरकारी स्तर पर मुफ्त इलाज किया जाय।
4.)सभी सरकारी अस्पतालों में बेड, आक्सीजन और वेंटीलेटर की पर्याप्त व्यवस्था की जाय।
5.) प्राइवेट नर्सिंग होम (अस्पताल) को सरकार अपने नियंत्रण में लेकर संक्रमित व्यक्तियों की भर्ती और उनके इलाज के खर्च की व्यवस्था करे।
6.) आर.टी.पी.सी.आर. टेस्ट की रिपोर्ट 24 घंटे में उपलब्ध हो और जाँच में तेजी लायी जाय। निःशुल्क रैपिड जाँच हो ताकि तुरंत जाँच रिपोर्ट उपलब्ध हो सके।
7.) कोरोना के उपचार से संबंधित दवाओं, रेमडेसेवीर इत्यादि पर्याप्त मात्रा में सभी जगह उपलब्ध हो।
8.) सभी के लिए टीकाकरण की व्यवस्था की जाय। डोर-टू-डोर टीकाकरण का अभियान और पर्याप्त मात्रा में वैक्सिन उपलब्ध कराया जाय।
9.) महामारी के नाम पर नागरिकों पर दमन और मोटरसाइकिल एक्ट के तहत जुर्माने की वसूली पर रोक लगे। इससे करोना योद्धा के प्रति नागरिकों में गुस्से और नफरत का फैलाव होता है।
10.) सरकारी और प्राइवेट स्वास्थ्य कर्मियों, डाॅक्टर्स, नर्स, कम्पाउण्डर, फार्मा कर्मचारियों आदि का पूर्ण सहयोग लिया जाय तथा इसके लिए उन्हें प्रोत्साहन राशि दी जाय।
11.) होम आइसोलेशन वाले मरीजों की सुनिश्चित जाँच और इलाज की व्यवस्था हो।
12.) छात्रों की पढ़ाई, परीक्षा इत्यादि के लिए विशेष इंतजाम हो। खासकर प्रोफेशनल, वोकेशनल एवं तकनीकी कोर्स के छात्रों के लिए पठन-पाठन की व्यवस्था हो।
13.) पटना में तत्काल 1000, सभी जिला मुख्यालयों में 200-200 और अनुमंडल मुख्यालयों में 100-100 कोरोना मरीजों के लिये बेड बढ़ायी जाय।
14.) स्वास्थ्यकर्मियों, सफाईकर्मियों, आषा, ममता, आंगनबाड़ी सहित सभी कोरोना योद्धाओं के लंबित वेतन/मानदेय का अविलम्ब भुगतान किया जाय एवं सबको पी.पी.ई. कीट उपलब्ध कराया जाय।
15.) कोरोना के नाम पर लोगों को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित नहीं किया जाय। कोरोना महामारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक बनाया जाय, इसके लिए मीडिया, सामाजिक-राजनैतिक एवं स्वयंसेवी संगठनों से सहयोग लिया जाय।
16.) कोरोना संक्रमण का समाधान मात्र लाॅकडाउन नहीं है। पिछला अनुभव दुःखद और कष्टदायक रहा है। सामुहिक जागरूकता और मानवीय चेतनायुक्त उचित प्रबंधन से इसका मुकाबला सम्भव है।