राजद प्रमुख श्री लालू प्रसाद यादव की जमानत न्यायसंगत एवं स्वागत-योग्य कदम है। उनकी सेहत में लगातार गिरावट हो रही थी। इसे देखते हुए उन्हें और पहले ही जमानत मिल जानी चाहिये थी, किन्तु राजनीति दुर्भावनावश उनकी जमानत में अड़चनें पैदा की गईं। आज बिहार में साम्प्रदायिकता के हाथों कठपुतली बनी राज्य सरकार के कुशासन के खिलाफ संघर्ष में महागठबंधन को इससे बल मिलेगा।
(अवधेश कुमार)
राज्य सचिव