बिहार पुलिस मुख्यालय से जारी पत्र के अनुसार अगर कोई व्यक्ति सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करता है, आवाज उठाता है तो उसे सरकारी नौकरी नहीं दी जाएगी।

सीपीआई(एम) बिहार राज्य कमिटी सरकार के इस फरमान की तीव्र निंदा करते हुए इसे गैर जनतांत्रिक करार दी है।

भाजपा जदयू की डबल इंजन की सरकार आमलोगों के अधिकारों को हनन करना चाहती है।
आज बिहार के शिक्षक अभियार्थी अपने बहाली के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, नौजवान बेरोजगार हैं, स्वास्थ्यकर्मी, छात्र, किसान,मजदूर, कर्मचारी, महिला सभी वर्गों के लोग अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहें हैं। आज सरकार इनकी जायज मांगों को सुनने, समस्या का समाधान करने के वजाय इस तरह के तुगलकी फरमान सुना रही है, जो घोर गैर जनतांत्रिक है।
माकपा बिहार की जनता से अपील करती है की सरकार के इन तरह के फरमान का विरोध करें।