भाजपा -जद(यू) की सारी जुमलेबाजियों का पर्दाफास हो चुका है। रोजगार के सवाल पर 15 वर्षों की भाजपा-जद(यू) की सत्ता, आज कठघरे में खड़ी है।

प्रेस विज्ञप्ति/22.10.20:

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मा०) की बिहार राज्य कमिटी ने निम्नलिखित वक्तव्य प्रेस के लिये प्रसारित किया है-
भाजपा की ओर से जारी दृष्टि पत्र में 19 लाख बेरोजगारों को रोजगार देने का वादा किया गया है जबकि अभी तक राजद द्वारा 10 लाख बेरोजगारों को नौकरी देने के वादे की, भाजपा एवं जद(यू) द्वारा हंसी उड़ाई जा रही थी। भाजपा नेता एवं राज्य के उपमुख्यमंत्री ने सवाल पूछते हुए कहा कि 10 लाख लोगों के लिये वेतन कहाँ से आयेगा? अब यही सवाल भाजपा से पूछे जाने की जरूरत है।
दरअसल आज भाजपा एवं जद(यू) की सारी जुमलेबाजियों का पर्दाफास हो चुका है। रोजगार के सवाल पर 15 वर्षों की भाजपा-जद(यू) की सत्ता, आज कठघरे में खड़ी है। बिहार इस पूरे दौर में पूरे देष के लिये सस्ता मजदूर आपूर्त्ति करने वाले राज्य बनकर सामने आया है। महामारी के चलते तालाबंदी के दौरान लाखों बिहारी मजदूरों को अपने बाल-बच्चों के साथ भूख-प्यास से तड़पते, जान-गंवाते, घर लौटते देखा है।
बिहार में इस दौर में बंद पड़ी चीनी मिलों, पटसन मिलों के साथ-साथ कृषि आधारित छोटे, मध्यम श्रेणी के उद्योगों को बढ़ावा देने की कोशिश हेती तो बिहार के मजदूरों का पलायन रूक सकता था और उन्हें अपने राज्य के अन्दर गरिमामय जीवन बिताने का अवसर मिलता।
आज जब बिहार की आम जनता और खासकर युवक-युवतियाँ रोजगार का सवाल उठा रहे हैं तो भाजपा-जद(यू) की घिघ्घी बंध गई है। भाजपा द्वारा साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश भी काम नहीं आ रही है अतः अब वे फिर से जुमलेबाजी पर उतर रहे हैं।
बिहार की जनता, जनादेश के साथ विश्वासघात करनेवाली जोड़ी के झांसे में नहीं आयेगी और सीपीआई(एम) सहित वाम-महागठबंधन को अपना समर्थन देकर जनविरोधी राजग सरकार को सत्ता से बाहर करेगी।

(अवधेश कुमार)
सचिव