सात वर्षों से सत्ताशीन , कारपोरेट परस्त तानाशाही, साम्प्रदायिक जनविरोधी सरकार द्वारा लाए गए काले क़ृषि कानूनों, मजदूरों को गुलाम बनाने वाले चार श्रम संहिता,एवं कोरोना महामारी से निबटने में आपराधिक विफलता के खिलाफ, किसानों, मजदूरों द्वारा चलाए जा रहे संयुक्त आन्दोलन के 6 महीना पूरा होने पर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तथा सीपीआई(एम) सहित तमाम बड़े विपक्षी दलों द्वारा समर्थित देशव्यापी काला दिवस मनाने के सिलसिले में बिहार के सभी जिलों में काला झंडा फहरा कर, काला बैज लगाकर, काले बैनरों के साथ , जुलूस निकालकर,नकृषि कानून वापस लो, मजदूर संहिता रद्द करो, बिजली संशोधन कानून वापस लो जैसे नारों के साथ कार्यक्रम आयोजित किए गए।

इन कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में पुरुषों, महिलाओं, युवक, युवतियों,।छात्र, छात्राओं ने हिस्सा लिया।

पटना में सीपीआई(एम) राज्य कार्यालय के बाहर पार्टी और जन संगठनों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पार्टी के राज्य सचिव अवधेश कुमार, सचिव मंडल सदस्य अरुण कुमार मिश्र, सीटू के महासचिव गणेश शंकर सिंह, एडवा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामपरी, खेतिहर मजदूर यूनियन के राज्य अध्यक्ष देवेन्द्र चौरासिया, डी.वाई. एफ.आई के राज्य अध्यक्ष मनोज चन्द्रवंशी एडवा नेत्री सुनीता सिन्हा, किसान सभा के नेता सोने लाल सहित अन्य साथियों ने हिस्सा लिया।

सचिव मंडल एवं राज्य कमिटी के अन्य साथियों,जन संगठनों से जुड़े नेताओं, कार्यकर्ताओं ने, अपने अपने जिलों में आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।

राज्य पार्टी मसौढ़ी में आयोजित कार्यक्रम में शामिल नेताओं की गिरफ्तारी की तीव्र निन्दा करती है और उन्हें तत्काल रिहा करने की मांग करती है।

पार्टी राज्य की तमाम जिला, स्थानीय इकाईयों, बिहार की जनता को जन भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए बधाई देती है।

पार्टी, सरकार की जनविरोधी, जनतंत्र विरोधी, साम्प्रदायिक नीतियों के खिलाफ लगातार संघर्ष का आह्वान करती है।