भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मा0) की बिहार राज्य कमिटी ने निम्नलिखित वक्तव्य प्रेस के लिये प्रसारित किया है।

प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा, बिहार की राजग गठबंधन की जीत को उनकी नीतियों के प्रति समर्थन की बात कहना, बिहार की जनभावनाओं के प्रतिकूल है।

बिहार के चुनाव में रोजगार ,शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि संकट से मुक्ति, जन-पलायन, खाद्द सुरक्षा, बिहार का औधोगीेकरण , महिलाओं, दलितो पर बढ़ते जुल्म, समान काम के लिये समान वेतन, ठेका प्रथा का अंत योजना परियोजनाओ से जुड़े महिला, पुरूष कामगारो के मानदेय में बढ़ोतरी समाजिक सुरक्षा पेंशन में बढ़ोतरी मनरेगाा के अन्तर्गत 200 दिन कार्य एंव 600 रू0 प्रतिदिन मजदूरी पुरानी पेंशन योजना लागू करने जैसे जन पक्षी मुद्दे विमर्श के केन्द्र में आ गये है। अगले 5 वर्षाे तक राजग की सरकार को इसी कसैटी पर परखा जायगा।

इस चुनाव में वामपंथ की विधान सभा में दमदार उपस्थिति से विधान सभा के अन्दर जहाँ इन मुद्दों पर सरकार को घेरा जायगाा वही बाहर जनता को लामबंद कर जन आन्दोलनों की एक के बाद एक लहर पैदा की जायगी

आनेवाला 5 वर्ष जन आन्दोलनों का वर्ष होगा और बिहार की जनता भाजपा जद(यू) के साम्प्रदायिक कारपोरेट पक्षी गठबंधन की नीतियों को परास्त करने में अपनी ऐतिहासिक भूमिका अदा करेगी।

अवधेश कुमार
राज्य सचिव