सरकार की ओर से जनपक्षर आवाज़ उठाने वाली मीडिया और पत्रकारों को प्रताड़ित करने का सिलसिला जारी है। आज उसी क्रम में दिल्ली स्थित न्यूज़क्लिक के दफ़्तर पर ईडी द्वारा छापा मारा गया।

न्यूज़क्लिक के सैदुल्लाजाब स्थित दफ़्तर के आलावा न्यूज़क्लिक के संस्थापक-प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ तथा संपादक प्रांजल के घर पर भी सुबह 10 बजे के आस पास छापेमारी की गई।

न्यूज़क्लिक दिल्ली और देशभर में चल रहे किसान आंदोलन की ख़बरें लगातार प्रकाशित करता रहा है उसकी वजह ईडी द्वारा डराने के लिए यह छापेमारी की गई है। हाल में जिस तरह से पत्रकार मंदीप पुनिया को पुलीस द्वारा अवैध तरीके से गिरफ़्तार किया गया ताकि किसानों के आंदोलन से जुड़ी सही ख़बरे आम जनता तक नहीं पहुँच सकी, न्यूज़क्लिक पर हुई छापामारी को इसी संदर्भ में देखना चाहिए। साथ ही जिस तरह से आंदोलनकारियों को देश के प्रधानमंत्री ने परजीवी कहकर संबोधित किया और उनके महत्व को कमतकर करने की कोशिश की गई, यह छापेमारी उसके पीछे की मंशा को भी ज़ाहिर करता है।

सरकार की यह हताशा ही है के वह लाख कोशिशों को बाद भी किसान आंदोलनों को नहीं दबा सकी तो अब जन पक्षधर मीडिया का गला घोंटनी पर तुली है। देश की मेहनतकश जनता इस फासीवादी और कॉर्पोरेटपरस्त सरकार को जवाब देगी।

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) बिहार राज्य कमिटी सरकार द्वारा की जा रही इस प्रतिशोधात्मक कार्रवाई की कड़ी निंदा करती है।