माकपा राज्य सचिव अवधेश कुमार ने निम्नलिखित प्रेस वक्तत्व जारी किया है:

कोरोना संक्रमण अपना पाऊं तेजी से बढ़ा रहा है। अब तो शहर से लेकर गांव तक संक्रमण पहुंच चुका है और हजारों की संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं । लेकिन डबल इंजन की सरकार पूरी तरह लापरवाह और निःचिंतित नजर आ रही है। अस्पतालों में न बेड, ऑक्सीजन, न वेंटीलेटर, कुछ भी नहीं है। मौत हीं मौत की खबरे मानव हृदय को विचलित कर रही है। आने वाला दिन और भी भयावह होने की संभावनाएं लगाई जा रही है।

माननीय राज्यपाल महोदय द्वारा आयोजित सर्वदलीय बैठक की करीब एक सप्ताह बीत गए लेकिन राज्य सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। ना तो अस्पतालों की संख्या बढ़ाई गई,न निजी अस्पतालों को सरकारी नियंत्रण में लिया गया, अब तो ऑक्सीजन, दवा, ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी जारी है एवं एंबुलेंस की भी मनमानी चल रही है।

क्या मुख्यमंत्री महोदय ने केंद्र सरकार से मदद मांगी है ? यदि मदद मांगी गई तो क्या रिस्पांस मिला? उससे बिहार की जनता को अवगत कराया जाए। सिर्फ नाइट कर्फ्यू लगाने से समस्या का हल नहीं होने वाला। मानव जीवन की रक्षा के लिए विशेषज्ञों की राय हो तो पूर्ण लॉकडाउन भी लगाया जा सकता है, लेकिन पूर्ण लॉकडाउन लगाने की पूरी तैयारी की जानी चाहिए। सभी लोगों को पहले से जानकारी, श्रमिकों को उनके घरों तक मुफ्त खाद्यान्न और प्रत्येक परिवार को प्रति माह लॉकडाउन भत्ता के रूप में ₹7500 नगद देना होगा।

पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं से कोरोना गाइडलाइन को सख्ती से अमल करते हुए आम लोगों को जागरूक बनाने एवं उन्हें मदद करने का आह्वान किया है।