सीपीआई(एम) राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि
संयुक्त किसान मोर्चा के 26 मार्च के भारत बन्द का समर्थन-सी़.पी.आई.(एम) सहित महागठबंधन दल ने किया है
आज इस सरकार ने खेती और किसानों को बर्बाद करने तथा उन्हें निजी देशी -विदेशी कारपोरेट घरानों के हाथों बिकने को मजबूर करने के लिए कृषि संबंधित तीनों काले कानून को गैर संवैधानिक तरीके से संसद से पास कराकर अपने कृषि विरोधी-कारपोरेटपक्षी चरित्र को उजागर किया है। बिहार की भाजपा-जद(यू) सरकार, अपने स्वाभिमान और राज्य की जनता के हितों का त्याग कर केन्द्र सरकार के हाथों की कठपुतली बनी हुई है। सरकार के इस तानाशाहीपूर्ण रवैये के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में दिल्ली बार्डर पर लाखों किसान संघर्षरत हैं। आंदोलनकारी किसान संगठनों ने संयुक्त रूप से 26 मार्च को भारत बंद का आह्वान किया है।
पार्टी किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए अपनी जिला कमिटियों और जनसंगठनों तथा बिहार की मेहनतकश जनता से भारत बंद को सफल बनाने की अपील करती है।
नीतीश सरकार बिहार विधानसभा में बाहर से पुलिस बुलाकर विपक्षी दलों के विधायकों को पिटवाया गया! जो इतिहास में काला अक्षरों में लिखा जाएगा! अब तो साबित हो गया है जब विधायक सुरक्षित नहीं है तो आम जनता पर का कोई मोल नहीं रह गया है।
 बिहार बन्द के समर्थन में आम कार्यकर्ता एवम् समर्थक सड़क पर उतर कर मोदी और नीतीश द्वारा लाया गया काला कानून का विरोध करेंगे।