बिहार प्राकृतिक आपदा, मंहगाई, बेरोजगारी की भयंकर संकट का सामना कर रहा है। शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह अस्त व्यस्त है। गंभीर आपराधिक घटनाओं के साथ-साथ दलितों, महिलाओं पर हमलों, यौन उत्पीड़न जैसी जघन्य मामले रोज-बेरोज अखबार की सुर्खियों में रहते हैं।
इस बीच शासक दलों के बीच आपसी खींचतान की खबरे लगातार सामने आ रही है, जिसका प्रभाव राज्य के प्रशाषण पर पड़ रहा है और जनता की समस्याओं की अनदेखी हो रही है।

पार्टी के राज्य सचिवमंडल की बैठक में किसान सभा, खेतिहर मजदूर यूनियन एवं सीटू द्वारा महंगाई, बेरोजगारी, किसानों, खेत मजदूर की मांगों के साथ-साथ देश की परिसम्पतियों को बेचे जाने के खिलाफ 26 जुलाई से 9 अगस्त तक जारी अभियान एवं प्रदर्शन का समर्थन करते हुए पार्टी इकाइयों से इसे पूरी तरह सफल बनाने में सहयोग करने का आह्वान किया है।

पार्टी अमरीकी साम्राज्यवाद द्वारा क्यूबा जैसे छोटे देश में अव्यवस्था फैलाकर वहाँ की सत्ता पर नियंत्रण करने की साजिश के खिलाफ 26 जुलाई से एक सप्ताह तक एकजुटता अभियान चलायेगी।