राजधानी समेत पूरे राज्य से दिल दहला देने वाली खबरें लगातार प्राप्त हो रही है । स्वास्थ्य व्यवस्था के नाम पर मात्र झूठी खबरें प्रसारित की जा रही है। सभी जगहों से जनअसंतोष और जनआक्रोश प्रकट होती दिखाई देती है। वही दूसरी तरफ भाजपा जदयू के विधायक और बाहुबली नेता कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहे हैं।सरकार उन्हें सुरक्षा और संरक्षण दे रही है।  फारबिसगंज में भाजपा विधायक द्वारा आयोजित भव्य शादी समारोह में हजारों की संख्या में जुटान की खबरें हैं। क्या सरकार उन पर कोई कार्रवाई करेगी?

इस बीच कटिहार से खबरें आई,27 अप्रैल की रात कोरोना संक्रमित एक दलित व्यक्ति को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने हेतु संक्रमित व्यक्ति के बेटा ने कलेक्टर साहब को फोन किया तो उल्टे अस्पताल का एक भ्रष्ट अधिकारी मनीष कुमार उस दलित युवक के साथ जाति सूचक शब्द का प्रयोग कर मारपीट करता है और दूसरे दिन उसके पिता सहित अन कई संक्रमित मरीज को मधेपुरा रेफर कर दिया जाता है।

उसी प्रकार दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीज अजीत शर्मा का वीडियो अस्पताल की कुव्यवस्था के बारे में सच बताते हुए जारी होता है और आज ही सुबह उनकी मृत्यु हो जाती है।अस्पतालों में व्याप्त कुव्यवस्था के चलते हो रहे लोगों की मौत का जिम्मेवार राज्य सरकार और उसकी स्वास्थ्य विभाग है।

ना बेड, ना ऑक्सीजन, ना वेंटिलेटर, ना दवा, ना एंबुलेंस! अब तो श्मशान घाटों में भी शव जलाने की जगह नहीं है।

पार्टी मांग करती है कि

 राज्य के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए पर्याप्त संख्या में बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और दवा की व्यवस्था की जाए।

· संक्रमण के चैन को तोड़ने के लिए ठोस कदम उठाई जाए।

·संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए रोज कमाने वालों के घरों तक मुफ्त में खाद्य सामग्री और प्रत्येक परिवार को  ₹7500 नगद मदद की जाए ।·

कटिहार अस्पताल में गैर जिम्मेदाराना व्यवहार के लिए दोषी अधिकारी पर कार्यवाही की जाए।

दरभंगा समेत राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में व्याप्त कुव्यवस्था को दुरुस्त किया जाए।

अवधेश कुमार

राज्य सचिव